शनिवार, 24 अप्रैल 2010

माँ बाप का साया तो इनायत हैं खुदा की

ताज़ीम करो इनकी हिदायत हैं खुदा की
माँ बाप का साया तो इनायत हैं खुदा की/

माँ बाप की ताज़ीम तो बच्चो पे हैं लाजिम
इस पर न करे जो भी अमल हैं वही जालिम
इस तरह के औलादों पे लानत हैं खुदा की
माँ बाप का साया तो इनायत हैं खुदा की /

अल्लाह ने कदमो में रखी माँ के हैं जन्नत
हैं फ़र्ज़ इसी तरह से इनकी भी इताअत
जिस तरह से फ़र्ज़ इताअत हैं खुदा की
माँ बाप का साया तो इनायत हैं खुदा की /

माँ बाप की इज्ज़त करो कहता हैं ये कुरआन
हैं इनको तव्वासुल से ही आबदिये इंसा
दुनिया में हमे भेजा ये हिकमत हैं खुदा की
माँ बाप का साया तो इनायत हैं खुदा की /

माँ बाप का ये लोगो कभी दिल न दुखाना
हर हुक्म पे माँ बाप के सर अपना झुकाना
ये हुक्मे पैगम्बर हैं मासियत हैं खुदा की
माँ बाप का साया तो इनायत हैं खुदा की /

हर घर की ये रौनक हैं हर आँगन की ये ज़ीनत
ये दौलते सफ्कत हैं फकत इनकी बदौलत
माँ बाप सलामत हैं ये रहमत खुदा की
माँ बाप का साया तो इनायत हैं खुदा की /

बतला दो हकीकत ये ज़माने को 'सुहैल ' आज
माँ बाप के सदके से हैं इंसान की मेराज
हम सब पे ये सबसे बड़ी रहमत खुदा की
माँ बाप का साया तो इनायत हैं खुदा की //

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